मोदी सरकार के नक्शेकदम पर चलते हुए, पंजाब सरकार अपने वादों को पूरा करने में अपनी विफलता पर पर्दा डालने के लिए धर्म का सहारा ले रही है।एक तरफ लोग करोना महामारी से मर रहे हैं वहीं राज्य सरकार द्वारा अकाली दल की साख बचाने हेतु पंजाब के लोगों को बरगाडी तथा कोटकपूरा जैसे धार्मिक मुद्दों पर राजनीति से गुमराह किया जा रहा है। राज्य सरकार को प्राथमिकता के आधार पर लोगों का जीवन बचाने के लिए सेहत सुविधाओं और रोजगार के बारे में सोचना चाहिए। बार-बार लोक डाउन लगाना सही नहीं है। इसका उद्योग बंद होने से गरीब व छोटे दुकानदारों के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।डॉक्टरों, कर्मचारियों,दवाइयों तथा लैब टैस्ट मशीनों की कमी के चलते सरकारी अस्पतालों की दशा बहुत खराब है।ऐसे में पंजाब सरकार को धार्मिक राजनीति छोड़कर अस्पतालों की हालत सुधारते हुए लोगों की जान बचानी चाहिए।आप नेता कुलजीत सिंह रंधावा ने कहा कि लोक डाउन से छोटे व्यापारियों, दुकानदारों, फैक्ट्री मालिकों और श्रमिकों को बहुत नुकसान होगा।इसलिए राज्य सरकार को पंजाब के लोगों के जीवन तथा रोज़गार के बारे में सोचना चाहिए। अच्छी योजना के तहत करौना महामारी से निपटने के लिए जल्द ही सही समाधान खोजना चाहिए।अन्यथा आम आदमी पार्टी डेरा बस्सी राज्य सरकार के खिलाफ उच्च सत्र पर विरोध प्रदर्शन करेगी।