अमरपाल नूरपुरी
चंडीगढ़, 24 मार्च, 2021: ट्राइसिटी की सबसे अधिक प्रतीक्षा में रहने वाली कला प्रदर्शनियों में से एक, एलिसियन-2 की शुरुआत आज चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में स्थित गर्वनमेंट म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी में शुरू हुई। चंडीगढ़ के कलाकार अनु सिंह की कलाकृतियों का ये 13वां संस्करण, एल्सियन-2 प्रकृति की अथाह सुंदरता का जश्न मनाता प्रतीत होता है। इन कलाकृतियों में समाई कला और खूबसूरत नजारे, प्रकृति प्रेमियों को सम्मोहित करने के लिए तैयार हैं।
प्रदर्शनी का शीर्षक, एलीसियन-2 ग्रीक माइथोलॉजी से अपनी प्रेरित है जो एक आनंदमय और आनंदमय स्थिति का प्रतीक है। सिंह का दृढ़ता से मानना है कि प्रदर्शनी में प्रदर्शित सुरम्य परिदृश्य और कलाकृतियां कैनवास पर चित्रित एक ‘एलीसियन’ दर्शन का अपरिवर्तित प्रतीक हैं।
इन शानदार कलाकृतियों को तैयार करने के लिए अपने प्रेरणा स्रोत के बारे में पूछे जाने पर, सिंह ने विनम्रता से कहा कि ‘‘मैं हमेशा से ही प्रकृति की आराधना में रही हूं, और मेरी कलाकृतियों में यहीं प्रतिबिंबित होता है। जैसे राल्फ वाल्डो इमर्सन ने एक बार कहा था कि ‘‘प्रकृति हमेशा आत्मा के रंग पहनती है’’, मेरी पेंटिंग्स प्रकृति के असंख्य गुणों और रंगों को कैनवास पर उतारती हैं।’’
अनु सिंह ने बताया कि प्रकृति के साथ रहना हमेशा मेरे दिल और आत्मा को उल्लास से भर देता है और वह अनंत उल्लास मेरे को खूबसूरत रंगों से खेलने के लिए प्रेरित करता है।
एलीसियन-2 कला प्रदर्शनी में चित्रों की एक विस्तृत श्रृंखला को संग्रहीत किया गया था, जिसमें डार्क वुड्स से लेकर खिली हुई वसंत तक शामिल हैं।
प्रदर्शनी में अपने चित्रों में एक अंदरूनी सूत्र का दृश्य प्रदान करते हुए, सिंह ने बताया कि ‘‘प्रदर्शनी में प्रदर्शित मेरी सभी पेंटिंग्स प्रकृति के जीवंत और विविधि नाटकीय विरोधाभासों का जश्न मनाती हैं जो हर कला और प्रकृति प्रेमी के जीवन में एकांत लाना सुनिश्चित करती हैं। आखिरकार, ये एक शाश्वत सत्य है कि प्रकृति कला का सबसे अच्छा रूप है।’’
अमेरिकन साइकोलॉजी एसोसिएशन की एक जानी मानी सदस्या, सिंह एक प्रशिक्षित साइकोलॉजी काउंसलर हैं जिन्होंने एक अलग रास्ते पर आगे बढऩे का फैसला किया और रचनात्मक कला के प्रति अपने जुनून को अपना प्रोफेशन बना लिया।