-न्यूज़मिरर ब्यूरो
ऑटोमोटिव इंजीनियर्स की पेशेवर सोसाइटी एस.ए.ई इंडिया ने बहुप्रतीक्षित बाहा एस.ए.ई इंडिया सीरीज 17वें संस्करण के दूसरे चरण की चितकारा यूनिवर्सिटी में 16 दिसंबर, 2022 को शुरुआत की गई जिसका आयोजन वर्चुअली किया गया है। इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से 181 टीमें हिस्सा ले रही हैं। इसमें वाहनों की दो कैटेगरी बनाई गई हैं। इसमें पहली आईसी इंजन से चलने वाली बग्गियों के लिए एम-बाहा और दूसरी इलेक्ट्रिक पावरट्रेन वालों के लिए ई-बाहा है।
बाहा एस.ए.ई इंडिया 2023 का दूसरा चरण एक अनोखी चुनौती है जहां छात्रों को स्टेटिक इवेंट्स के तहत डिजाइन, कास्ट, सेल्स, कंप्यूटर एडेड इंजीनियरिंग एंड ग्रो ग्रीन को लेकर अपने प्रेजेंटेशन देने के साथ ही उन्हें अपने द्वारा तैयार किए गए डिजाइनों को ग्लोबली बैंचमार्क ऑटोमोटिव टेस्टिंग सॉफ्टवेयर आईपीजी कार मेकर पर मैन्यूवेरेलेबिटी व आल टैरेन प्रदर्शन के लिए सिमुलेट करके दिखाना होगा। वर्चुअल बाहा एस.ए.ई इंडिया एक अनूठा आयोजन है जहां टीमें अपनी फिजिकल वाहन बनाने की जरूरत के बगैर अपने वाहनों का परफॉर्मेंस देख सकते हैं और रियल टाइम बेसिस पर उसका मूल्यांकन कर सकते हैं।
एस.ए.ई इंडिया डिप्टी डायरेक्टर जनरल के वेंकटराज के उद्घाटन नोट के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत हुई जिसमें उन्होंने कहा, ” एस.ए.ई इंडिया छात्रों के कौशल विकास के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हर साल करता है। हालांकि बाहा एस.ए.ई इंडिया के प्रमुख कार्यक्रम के रूप में उभरकर सामने आया है। इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों के लिए यह शैक्षिक खोज, हैं जहां पर आउट आफ क्लासरूम सिस्टम के तहत इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स एक टीम के रूप में हिस्सा ले सकते है जिसमें उन्हें उद्योगों के सामने आ रही चुनौतियों का सामना करने के लिए वास्तविक दुनिया का व्यावहारिक अनुभव मिलेगा। अपने प्रायोजकों के समर्थन के कारण बाहा एस.ए.ई इंडिया लगातार छात्रों के बीच सर्वोच्च मैग्नीट्यूड के एक कार्यक्रम के रूप में विकसित हुआ है। उन्होंने बाहा एस.ए.ई इंडिया के सभी प्रायोजकों, जिनमें कई उद्योग भागीदार, मेजबान संस्थान और सहायक संस्थान शामिल हैं, का बाहा एस.ए.ई इंडिया श्रृंखला में उनके सहज विश्वास के लिए धन्यवाद दिया और अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होने बताया की बाहा एचआर मीट के माध्यम से छात्रों को कोर ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में अपने करियर को किक स्टार्ट करने का अवसर भी मिलता है।
बाहा एस.ए.ई इंडिया 2023 आयोजन समिति के अध्यक्ष, और ए.आर.ए.आई. के सीनियर डिप्टी डायरेक्टर संजय निबंधे ने अपने प्रेस को दिए उद्बोधन में कहा, कि छात्र समुदाय द्वारा हमेशा ही बाहा एस.ए.ई इंडिया को स्वीकार किया जाता रहा है क्योंकि यह उन्हें अपने कौशल को बढ़ाने और उनके तकनीकी ज्ञान बेहतर बनाने में मदद करता है। कार्यक्रम के तीसरे फेज में बग्गी को डिजाइन करने, बनाने और उसे सफलतापूर्वक चलाने के लिए एक विशाल कौशल की आवश्यकता होती है और सभी छात्र बाहा एस.ए.ई इंडिया सीरीज में भाग लेकर कई वर्षों से लगातार ऐसा कर रहे हैं।
बाहा एस.ए.ई इंडिया हर साल एक थीम पेश करता है, और इस साल थीम “रिफ्यूल, रीचार्ज, रीइन्वेंट” हैं जिसमें टीमों के लचीलेपन और दृढ़ता पर जोर दिया जाता है ताकि वे आगे आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार हों।
वर्चुअल बाहा एस.ए.ई इंडिया के कन्वीनर और मिनिस्ट्री आफ स्किल डवलपमेंट एंड एंटिप्रियोनशिप के महात्मा गांधी नेशनल फेलो रग्वेद ऐनापुरे, ने कहा कि “ इस साल, कई चुनौतियों को इसलिए रखा गया है ताकि छात्रों को सीखने के लिए और अधिक अवसर प्रदान किया जा सके। कास्ट इवेंट के लिए कुछ की ओईएम कंपोनेंट को रेगुलराइज किया गया है जो कि टीमों को कास्ट आप्टिमाइजेशन के लिए वैकल्पिक रणनीति तलाशने के लिए मजबूर करेगा। सेल्स इवेंट के लिए इस साल अतिरिक्त रूप से, टीमों को अपने वाहनों को मार्केट में बेचने के लिए एक योजना पेश करनी होगी जो कि कमर्शियल आटोमोटिव मार्केट के अनुरूप होगी। वर्चुअल डायनेमिक ट्रैक को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वे वाहन ऑफ रोड टैरेन के अलावा वास्तविक रेस परिदृश्यों का भी अनुकरण कर सकें। “कुल मिलाकर, यह एक गहन और रोमांचक इवेंट होने जा रहा है; जिसमें अतिरिक्त मुश्किलें प्रतिभागियों को तेजी से सीखने की कला को और सुनिश्चित करेगा।