-न्यूज़मिरर ब्यूरो
चण्डीगढ़ : श्री धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज, सेक्टर 46-बी, चण्डीगढ़ भारत के श्रेष्ठ निजी आयुर्वेद संस्थानों में से एक है। कोविड- 19 के दौरान अपने शोध कार्यों के लिए इसे राष्ट्रीय मान्यता मिली थी। श्री धनवंतरी एजुकेशनल सोसाइटी के महासचिव डॉ. नरेश मित्तल के नियमित प्रयासों से हर रोज फलते-फूलते इस संगठन ने एक बार फिर स्नातकोत्तर संस्थान के रूप में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। श्री धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज को एनसीआईएसएम एक्ट-2020 की धारा 29 के तहत दो विषयों -प्रसूति एवं स्त्री रोग (06 सीटें); रोग निदान एवं विकृति विज्ञान (06 सीटें) में पी.जी पाठ्यक्रम शुरू करने की अनुमति मिली है। अब कॉलेज में यू.जी (बी.ए.एम.एस) में 100 सीटों की क्षमता और पी.जी की 23 सीटें हैं – द्रव्यगुण विज्ञान (6); आयुर्वेदिक संहिता और सिद्धांत (05); प्रसूति एवं स्त्री रोग (06); शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए रोग निदान (06) । ये जानकारी संस्थान के स्वस्थवृत एंव योग के विभागाध्यक्ष एंड प्रो (डॉ.) डी.के चड्ढा ने दी।