-न्यूज़मिरर ब्यूरो
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक, वैश्विक मानवतावादी और आध्यात्मिक गुरु, गुरुदेव श्री श्री रविशंकर रविवार –3 अप्रैल को चंडीगढ़-पटियाला हाइवे पर चितकारा यूनिर्सिटी के साथ आकार ले रही ‘द वेलनेस सिटी’ में ‘महासत्संग’ का आयोजन करेंगे। आर्ट ऑफ लिविंग (एओएल) के शीर्ष सदस्य सुरेश गोयल और अमिता बावा द्वारा यहां प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस मीट में गुरुदेव श्री श्री रविशंकर की आगामी ट्राइसिटी यात्रा कार्यक्रम का विवरण दिया गया। इस मौके पर प्राइम लैंड प्रमोटर्स एंड बिल्डर्स (पीएलपीबी) के युवा डायरेक्टर सुमित सिंगला और लोहित बंसल, डायरेक्टर (पीएलपीबी) और एओएल टीचर के साथ आर्ट ऑफ लिविंग की मीडिया कोऑर्डिनेटर मधु पंडित भी उपस्थित थीं।
लोहित बंसल, डायरेक्टर (पीएलपीबी) द वेलनेस सिटी ने कहा कि ‘महासत्संग’ शाम 5.30 बजे शुरू होगा। गुरुदेव के अनुयायियों की एक बड़ी संख्या के साथ ‘महासत्संग’ में 15000 से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। मेगा इवेंट की तैयारी जोरों पर चल रही है।” एओएल के शीर्ष सदस्य सुरेश गोयल ने कहा,”महा सत्संग में माननीय राज्यपाल श्री बनवारी लाल पुरोहित मुख्य अतिथि होंगे और कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों के भी महासत्संग कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है।”
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि द वेलनेस सिटी, जब पूरी तरह से तैयार हो जाएगा, तो इसमें आर्ट ऑफ लिविंग आश्रम शामिल होगा, जो उत्तर भारत का सबसे बड़ा आश्रम होगा। पीएलपीबी के डायरेक्टर सुमित सिंगला ने कहा कि ‘‘हरे-भरे इलाके में स्थित और 20 एकड़ भूमि में फैले आश्रम में एक मेडिटेशन हॉल, इंटरनेशनल स्कूल, आयुर्वेद कॉलेज और कई अन्य सुविधाएं होंगी।’’
यह बताया गया कि आश्रम के अलावा वेलनेस सिटी में 90 एकड़ का विशाल क्षेत्र होगा, जो प्राकृतिक प्रकाश, स्वच्छ हवा और प्रचुर मात्रा में और विविध प्रकृति के लिए पर्याप्त पहुंच के साथ विशिष्ट रूप से डिजाइन किया जाएगा। ‘द वेलनेस सिटी’ अपनी तरह का अनूठा प्रयास होगा। इसकी खासियत यह है कि हमने परियोजना के डिजाइन और निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय आर्किटेक्ट्स को नियुक्त किया है। परियोजना के बारे में अधिक जानकारी साझा करते हुए, सुमित सिंगला ने कहा कि द वेलनेस सिटी में पहुंचने के लिए एक सेंट्रल प्लाजा ड्राइववे और सुरक्षित पहुंच के लिए ओवरहेड ब्रिज के साथ पूरे समुदाय के माध्यम से एक इंटीग्रेटेड पैदल मार्ग होगा। पैदल और यातायात प्रवाह के लिए एक अलग नेटवर्क होगा। लोहित बंसल ने बताया कि यह परियोजना कुशल रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रावधान के साथ पर्याप्त हीटिंग, वेंटिलेशन और कूलिंग सुविधाओं के साथ सस्टेनेबल लाइफ प्रदान करेगी। कम बिजली की खपत के साथ पूरी परियोजना ऊर्जा के अनुकूल है।
पीएलपीबी को आर्ट ऑफ लिविंग (एओएल) से जुड़े होने और इस क्षेत्र में उत्तर भारत का सबसे बड़ा एओएल आश्रम लाने पर गर्व है। आश्रम पीएलपीबी द्वारा द वेलनेस सिटी का एक हिस्सा है जिसे जीवन के 5 तत्वों-जल, पृथ्वी, अग्नि,
आर्ट ऑफ लिविंग की शीर्ष सदस्या अमिता बावा ने कहा कि ‘‘आश्रम उत्तर भारत में संगठन की सभी सेवा गतिविधियों और ध्यान और श्वास कार्यक्रमों का केंद्र होगा।’’
आर्ट ऑफ लिविंग एक सिद्धांत है, जीवन को पूरी तरह से जीने का एक दर्शन है, इसका मूल मूल्य अपने भीतर शांति खोजना और हमारे समाज में लोगों को एकजुट करना है-विभिन्न संस्कृतियों, परंपराओं, धर्मों,
सुमित सिंगला ने कहा कि ‘‘यह उल्लेखनीय है कि पीएलपीबी, कम्युनिटीज के लिए पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार और सस्टेनेबल परियोजनाओं को तैयार करने में विश्वास करता है और अपने आगामी द वेलनेस सिटी के माध्यम से आर्ट ऑफ लिविंग की दृष्टि को आगे ले जा रहा है, जो इसकी एक और सबसे अलग और अनूठी टाउनशिप के तौर पर विकसित की जा रही है।’’ सुमित ने कहा कि ‘‘पीएलपीबी कम्युनिटी को ऊपर उठाने के लिए सबसे सरल और महत्वपूर्ण परियोजनाओं को वितरित करने के लिए समर्पित है।’’