-न्यूज़मिरर ब्यूरो
चंडीगढ़ 7 अक्तूबर:
बदलते दौर के साथ फैशन भी बदलता रहता है लेकिन हाथ से बनी चीज का महत्व कभी कम नहीं होता यही कारण है कि सिल्क की साड़ियों को सदाबहार, एलिगेंटऔर स्टेटस सिंबल भी माना जाता रहा है। साड़ियां इंडियन पहनावे का खास हिस्सा होती हैं और शादी-ब्याह में तो सिल्क की साड़ियों का अलग ही जलवा होता है।
ग्रामीण हस्तकला विकास समिति के तत्वावधान में नेशनल सिल्क एक्सपो “ वेडिंग सीज़न स्पेशल “ का आयोजन चण्डीगढ के सेक्टर-28 बी स्थित हिमाचल भवन में 6 से 12 अक्टबर 2022 तक किया जा रहा है।
आने वाले विवाह व त्योहारों के सीजन को देखते हुए और खास तौर पर करवाचौथ के लिये खास सिल्क व कॉटन की हैण्डलूम साड़ियों की लेटेस्ट वैरायटी, नये डिजाइन की साड़ियों की व्यापक रेंज यहाँ ग्राहकों के लिया उपलब्ध करावाई गई है। साड़ियों के साथ-साथ ड्रेस मेटेरियल और फैशन फैशन ज्वैलरी का भी लुभावना कलेक्शन भी यहां रखा गया हैं। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की वेराइटी लोगों के लिए खरीदारी का एक शानदार अवसर है।।
इस विशेष आयोजन में देशभर के अलग-अलग राज्यों से आये 70 से अधिक श्रेष्ठ हथकरघा और डिजाइनरों द्वारा उनके द्वारा खुद तैयार सिल्क की साड़ियों का लुभावना कलेक्शन देखने को मिलेगा जो कि ग्राहकों को आम तौर पर बाजारों में देखने को नहीं मिलेता। एक्सपो दिन के 11 बजे से रात 8.30 बजे तक खुला रहेगा और इसमें एंट्री फ्री है ।
एक्सपो में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वैरायटी के डिजाइन, कलर कोम्बीनेशन का बड़ा कलेक्शन शामिल है मुख्य रूप से तमिलनाडु से कोयंबटूर सिल्क, कांजीवरम सिल्क, कर्नाटक से बेंगलुरु सिल्क, क्रेप और जॉर्जेट साड़ी, रॉ सिल्क मैटेरियल, आंध्र प्रदेश से कलमकारी, पोचमपल्ली, मंगलगिरी ड्रेस मटेरियल, उपाडा, गड़वाल, धर्मावरण, प्योर सिल्क, जरी साड़ी, बिहार से तसर, कांथा, भागलपुरी सिल्क, हैंड प्रिंट, खादी सिल्क, मध्यप्रदेश, ओडिशा, जयपुर, उत्तर प्रदेश, गुजराती, कच्छ, बंगाल, छत्तीसगढ़ आदि जगहों के खास कलेक्शन ग्राहकों को देखने व खरीदने का मौका मिलेगा ।
ग्रामीण हस्तकला विकास समिति के प्रवक्ता और आयोजक श्री जयेश कुमार ने बताया की सिल्क का कपड़ा सदियों से शान का प्रतीक है। बात सिल्क की हो तो इसमें फैशन भी है और ट्रेडिशन भी, इसलिए इसकी डिमांड गांव-गांव और शहरों तक है । हिंदुस्तान सिल्क का मार्केट विदेशों में भी खूब पांव पसार रहा है। तसर सिल्क, मटका सिल्क और रेशमी कुर्ते की डिमांड देश और दुनिया में है।
उन्होंने बताया की एक्सपो में रेशम की बुनाई के लिए मशहूर बिहार के भागलपुर से कई बुनकर शादी सीजन जैसे खास मौके पर पहने जाने वाली भागलपुर सिल्क साड़ी की कलेक्शन लेकर पहुंचे है। महिलाओं की पसंदीदा तमिलनाडु की प्योर जरी वर्क की कांजीवरम साड़ी जिसे कारीगर सोने और चांदी के तारों से 30 से 40 दिन में तैयार करते हैं, मैसूर सिल्क साड़ीयों के साथ क्रेप और जॉर्जेट सिल्क, बिहार का टस्सर सिल्क, आंध्र प्रदेश का उपाड़ा, उड़ीसा का मूंगा सिल्क आदि की लेटेस्ट कलेक्शन बुनकर लेकर आए हैं।
श्रेष्ठ हथकरघा और डिजाइनरों द्वारा निर्मित सिल्क की 1,50,000 से अधिक लेटेस्ट वेरायटी नेशनल सिल्क एक्सपो “ वेडिंग सीज़न स्पेशल “ में उपलब्ध हैं जिसपर बुकनकरों द्वारा विशेष छूट भी प्रस्तावित है, जो इस आयोजन को और भी आकर्षक बनाने वाली है।