–न्यूज मिरर डेस्क
देश में मानसून खत्म हो चुका है पर उत्तराखंड के कुमांऊ रीजन में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। नैनीताल की खूबसूरत नैनी झील का जलस्तर भी 12.2 फीट तक जा पहुंंचा है जिस कारण शहर की माल रोड से लेकर आसपास का संपूर्ण क्षेत्र जिसमें गुरूद्वारा, मस्जिद, नैना देवी मंदिर परिसर और लोकल मार्किट आदि शामिल हैं, पानी से भर गये हैं।
नैनीताल के निकटवर्ती रामगढ़ इलाके में भी तूफानी बारिश एवं भूस्खलन से भारी तबाही होने का समाचार मिला है। सैकडों घर और सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी है जिससे वहां के निवासियों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है और पानी बिजली की आपूर्ति भी बाधित हुई है। जान माल की रक्षा के लिए लोग अपने घरों को छोड़ कर सुरक्षित ठिकानों पर जा पहुंचे हैं। हालांकि कुमांऊ क्षेत्र में सेना एवं समाज सेवी संगठनों द्वारा राहत कार्य पूरे जोर शोर से शुरू कर दिया गया है पर जनजीवन पटरी पर आने में अभी काफी समय लगेगा।
रामगढ़ क्षेत्र के यू टयूबर्स पंजाबी ट्रैकर ने भी गत दिवस एक वीडियो जारी कर वहां भारी नुकसान होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि गत तीन चार बरसों में ऐसी बारिश और भूस्खलन का भयावह मंजर नहीं देखा। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुमांड में लगभग 45 से अधिक लोग इस आपदा का शिकार बन चुके हैं।