-प्राइवेट अस्पताल को जान बूझ कर बदनाम करने की साजिश
-न्यूज़मिरर ब्यूरो
चण्डीगढ़ : रेड एंबुलेंस अंतर्राष्ट्रीय मानकों का पालन करके जेसीआई सर्टिफिकेशन हासिल करने वाली पूरे एशिया की एकमात्र कम्पनी है जबकि पूरे विश्व में केवल आठ और कंपनियां इस सर्टिफिकेट की धारक हैं, तो साइज़ में अपनी बनी बनाई साख को कोई तुच्छ लक्ष्यों के लिए दांव पर क्यों लगाएगा? ये कहना रेड एंबुलेंस के रीजनल हेड जेपी खरबंदा का वे यहां चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस वार्ता में लोकल एंबुलेंस वालों द्वारा उनकी कम्पनी पर लगाए आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि रेड एंबुलेंस बुक करने के लिए मोबाइल में एप्प इंस्टाल करना पड़ेगा, जिसके जरिए कॉल सेण्टर 2 सेकेंड्स में कॉल लेगा व रेड एंबुलेंस महज 8 मिनट में मरीज तक पहुँच जाएगी। उन्होंने बताया कि रेड एंबुलेंस में अत्याधुनिक मेडिकल उपकरण, आईसीयू सेटअप व प्रशिक्षित स्टॉफ का प्रबंध है, जिस कारण लोग इसी की सेवाएं लेना चाहतें हैं। उन्होंने कहा कि रेड एंबुलेंस वाले कोई मनमाने रेट नहीं वसूल रहे बल्कि जो भी स्थानीय प्रशासन द्वारा तय दरें हैं, वोही चार्ज की जातीं हैं। उन्होंने कहा कि तत्काल इलाज की जरूरत वाले मरीज को अस्पताल तक ना पहुंचाने एवं ना ही पहुँचने देने के कृत्य मानवता के खिलाफ हैं। जेपी खरबंदा ने कहा कि दरअसल लोकल एंबुलेंस वालों के वाहन छोटे हैं और वे रेड एंबुलेंस वालों जैसी सुविधाएं दे पाने में असमर्थ हैं, इसलिए वे ये निराधार आरोप लगाने पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें कोई दिक्कत है तो उन्हें भ्रामक प्रचार करने की बजाय रेड एंबुलेंस वालों से बात करनी चाहिए। उनके मुताबिक रेड एंबुलेंस जल्दी ही पूरे क्षेत्र में सुचारू ढंग से कार्य आरंभ कर देगी। इसमें प्राइवेट अस्पताल का कोई रोल नहीं है ,उसे जान बूझ कर बदनाम करने की साजिश है।