-जसमीत सिंह
चण्डीगढ़ : आज 15 अक्तूबर को साईं बाबा का 105वां समाधि दिवस था। 1918 में इसी दिन बाबा ने अपना शरीर त्याग किया था। पूरे विश्व में साईं मंदिरों में इस अवसर पर अनेक समारोह आयोजित किये गए। चण्डीगढ़ में भी सेक्टर-29 स्थित शिरडी साईं मंदिर में साई बाबा की महासमाधि दिवस के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रमों का आयोजन रखा गया। मंदिर कमेटी के प्रधान रमेश कालिया व महासचिव मनीष गुप्ता ने बताया कि इसी सिलसिले में मुख्य समारोह 15 अक्तूबर को आयोजित हुआ जिसके तहत सर्वप्रथम सुबह सवा पांच बजे से बाबा की कांकड़ आरती के बाद हरिद्वार से विशेष रूप से लाए गए गंगा जल से साईं भक्तों ने अपने हाथों से बाबा को मंगल स्नान कराया। तत्पश्चात आठ बजे से सांय छह बजे तक लगातार सांई सच्चरित्र का पाठ किया गया। तत्पश्चात विख्यात साईं भजन गायक पंकज राज द्वारा भजन गायन किया गया व उन्होंने साईं तेरे नाम के दीवाने…, बाबा मेरे साथ है…व साईं नाम बड़ा अनमोल…आदि भजन गाकर समां बाँध दिया। इस दौरान अटूट भंडारा भी बरताया गया जो हिमाचल की मशहूर खानसामा टीम द्वारा तैयार किया गया था।
उल्लेखनीय है कि बीती 7 तारीख को बाबा की विशाल रथ पालकी यात्रा के साथ कार्यक्रम शुरू हुए थे। तत्पश्चात 12 अक्तूबर को साईं बाबा के जीवन पर आधारित लाइट एंड साउंड शो कर दो दुखों का अंत, हे मेरे साई का मंचन किया गया जिसे जनता का बढ़िया प्रतिसाद मिला। इसी दौरान रक्तदान शिविर भी आयोजित हुआ जिसमें 89 साईं भक्तों ने रक्तदान किया।