-अमरपाल नूरपुरी
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी -2021 के सफलतापूर्वक सम्प्पन होने के बाद ,नए राजनतिक समीकरणो को बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है।
शिअद, बादल को 27 सीटे मिले है। वही शिअदद ,सरना अपने निर्दलीय और सहयोगी दल पंथक अकाली लहर के साथ 16 सीटे हासिल की है। मंजीत सिंह जीके की जागो पार्टी 3 पर सिमट कर रह चुकी है।
शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के प्रधान परमजीत सिंह सरना मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरे है, जोकि विरोधियों को एक साथ लाने की प्रक्रिया में लगे है।
सरना ने दावा किया है कि उनके पास जागो का भी समर्थन है। इस गणित के अनुसार आंकड़ा 19-20 पहुंचता है। कुछ सदस्यों को को -आप्सन के जरिए चुना जाता है। जिसमे सरना ने 2-3 सीटे पाने का दावा किया है। इसके बाद संख्या 22-23 पहुँच जायँगे।
यह चुनाव कई मामलों मे महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि डीएसजीएमसी प्रमुख मंजिदर सिंह सिरसा को शिअदद के हरविंदर सिंह सरना से बड़ी मात खाने को मिली है। और उनके दुबारा प्रधान बनने पर अटकलें लगाई जा रही है।
प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते है सरना ने बताया कि,
” बादली चोरों के खिलाफ 60% अधिक वोट पड़े है । यह बड़ी बात है। संगत ने उनको नकारा है। हमने सिरसा को पंजाबी बाग में पटखनी दी है। अब कमिटी के अंदर भी जितने नही देंगे। डीएसजीएमसी को भृष्टाचार मुक्त करवाना हमारा लक्ष्य है। सभी पंथदर्दी साथियों और सदस्यों का हम स्वागत करते है। जागो पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान मंजीत सिंह जी ने हमारे साथ खड़े होने का निर्णय लिया है। “